इस मामले में संबंधित वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। अगर ठेकेदार और लकड़कट्टा दबंगई के बल पर अवैध रूप से पेड़ काट रहे हैं, तो उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
सुझाव:
1. जांच: वन विभाग को घटना की विस्तृत जांच करानी चाहिए।
2. आरोपियों की पहचान: जिन लोगों ने इस अवैध कटाई को अंजाम दिया, उनकी पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
3. स्थानीय सहभागिता: ग्रामीणों को ऐसी गतिविधियों के खिलाफ जागरूक किया जाए ताकि पर्यावरण संरक्षण में वे भी सहयोग करें।
4. सख्त कार्रवाई: वन विभाग के किसी कर्मचारी की मिलीभगत साबित हो, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।
आप स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दें और यदि कोई साक्ष्य उपलब्ध हो तो उन्हें साझा करें। मीडिया की भूमिका भी इस मामले में महत्वपूर्ण हो सकती है।